
नाना चौक पर स्काईवॉक के उदघाटन पर भी नाना का अपमान
मुंबई। आधुनिक मुंबई के निर्माता नाना जगन्नाथ शंकर सेठ के अपमान पर सरकार को आज शर्म झेलनी पड़ी। नाना चौक पर एक तरफ करीब पंद्रह सौ से भी ज्यादा लोग विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा के नेतृत्व में ‘महाराष्ट्र सरकार हाय हाय’ के नारे लगा रहे थे और दूसरी तरफ सरकार के मंत्री स्काईवॉक के उदघाटन के भाषण दे रहे थे। विरोध प्रदर्शन इतना जोरदार था कि मंत्रियों के पिछले दरवाजे से निकलना पड़ा। उदघाटन की तख्ती से वे परदा हटाए बिना ही दूसरे रास्ते से निकल गए। जयंत पाटिल, जयदत्त क्षीरसागर और सचिन अहीर आदि मंत्रियों ने उदघाटन के मौके पर नाना चौक पर लगी आधुनिक मुंबई के निर्माता नाना जगन्नाथ शंकर सेठ की मूर्ति को माला पहनाना तक उचित नहीं समझा। विधायक लोढ़ा ने इसे नाना का एक और सरकारी अपमान कहा है। उन्होंने कहा है कि मुंबई की जनता नाना जगन्नाथ शंकर सेठ का यह अपमान सहन नहीं करेगी।
करीब 45 करोड़ की लागत से बने नाना चौक के स्काईवॉक के निर्माण के लिए नाना का स्मारक अन्य जगह शिफ्ट किया एवं खराब हालत होने के कारण कई बार मांग करने के बावजूद उसका नवीनीकरण नहीं किया गया। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री जब उदघाटन कर रहे थे, तो भारी पुलिस बंदोबस्त के बावजूद लोग स्काईवॉक पर चढ़ गए और ‘नाना का अपमान, सहन नही’ और ‘महाराष्ट्र सरकार हाय हाय’ के नारे लगा रहे थे। इस सबके बावजूद सरकार के मंत्रियों और एमएसआरडीसी के अधिकारियों ने कोई आश्वासन नहीं दिया। विधायक लोढ़ा ने कहा कि ठेकेदार का बजट बढ़ाने के लिए करोड़ों रुपए आ जाते हैं और मराठी अस्मिता की महान हस्ती के स्मारक के लिए सरकार के पास पैसा नहीं है, यह शर्म की बात है। इस विरोध प्रदर्शन में दक्षिण मुंबई बीजेपी के जिलाध्यक्ष सिद्धार्थ गमरे, नगरसेविका सरिता पाटिल एवं ज्योत्सनाबेन मेहता सहित करीब पंद्रह सौ से भी ज्यादा स्थानीय लोग एवं बीजेपी के कार्यकर्ता विधायक लोढ़ा के साथ थे।
नाना चौक पर शाम से ही लोग जमने शुरू हो गए थे। इस सरकारी कार्यक्रम के विरोध की दो दिन पहले ही घोषणा की जा चुकी थी। सरकारी अधिकारियों ने जब मामनला गंभीर होते देखा तो मंत्रियों के दूसरे रास्ते से स्काईवॉक पर ले गए। लेकिन जब लोग वहां भी पहुंच गए, तो भारी हंगामा हुआ। नाना के नाम पर बने स्काईवॉक के उदघाटन के मौके पर मंत्रियों ने नाना जगन्नाथ शंकर सेठ की मूर्ति को माला पहनाना तक उचित नहीं समझा। लोग इससे बहुत नाराज हैं।